होमबड़ी ख़बरेंविडियो
logo

भारत-पाक संबंधों के बीच एक परिवार की अनोखी कहानी, 68 बाद मिले भाई बहन

Featured Image

admin

Updated At 07 Aug 2023 at 06:26 PM

सकीना ने जन्म के बाद देखा भाई का चेहरा पहली बार (Kartarpur Corridor)

दी स्टेट हैडलाइंस
चंडीगढ़, 7 अगस्त l
एक परिवार जो 1947 भारत और पाकिस्तान के बटवारे से पहले लुधियाना के गाव जस्सोवल मैं रहता था. 1947 के बंटवारे के समय सकीना का परिवार पाकिस्तान आ गया. पिता का नाम वली मोहम्मत व दादा का नाम जामू था।Kartarpur Corridor
पाकिस्तान में जन्मी सकीना बताती हैं में बंटवारे के समय सकीना का परिवार लुधियाना के जस्सोवाल में रहता था। बंटवारे के समय सकीना का परिवार पाकिस्तान आ गया, लेकिन उसकी मां भारत में ही रह गई। आजादी के समय दोनों देशों में समझौता हुआ कि लापता लोगों को एक-दूसरे को लौटा दिया जाएगा। जिसके बाद पिता ने पाकिस्तान सरकार से मदद मांगी। सकीना बताती है कि अपने जन्म के बाद पहली बार अपने 80 साल के भाई गुरमेल सिंह से श्री करतारपुर साहिब में मिली,। जन्म के बाद से उसने अपने भाई को सिर्फ तस्वीर में ही देखा था। पहली बार सामने देख दोनों एक दूसरे को गले लगा रोते रहे और एक दुसरे के आंसू ही पोंछते रहे। Kartarpur Corridor

यू-ट्यूब चैनल ने भाई से वीडियो कॉल पर जोड़ा (Kartarpur Corridor)

सकीना ने बताया कि वो हमेशा ही सोचती थी एक दिन अपने परिवार से जरुर मिलूगी, उसने मन में ठान ली थी की परिवार को जरुर खोजुगी, भाई के बारे मं जानकारी मिली पर लेकिन असफल रही। माता-पिता के देहांत के बाद यही एक रिश्ता बचा था। सकीना ने कहा कि उसकाना ना कोई चाचा है और ना ही मौसी। उसका मकसद सिर्फ भाई को खोजना था।
बेटी के पति को जब सकीना की कहानी का पता चला तो उन्होंने इन दोनों को मिलाने की कोशिश करनी शुरू किए। पाकिस्तान में यू-ट्यूब चैनल ने सकीना के पास रखे कुछ खतों की मदद से भारत के पंजाब में संपर्क करना शुरू किया। बीते साल के अंत में सकीना की पहली बार अपने भाई से वीडियो कॉल पर बात हुई।

Read This Also :-

प्यार और आशा का संगम: वीडियो कॉल से जुड़े दिल

जब दोनों की विडिओ कॉल हुई तो दोनों ने श्री करतारपुर साहिब मैं मिलने का सोचा,  इसके बाद सकीना और उसके भाई गुरमेल के परिवार ने श्री करतारपुर साहिब (Kartarpur Corridor) में मिलने के लिए पहुँचे। श्री करतारपुर साहिब में गुरमेल अपनी बहन से पहली बार मिला। दोनों गले मिलकर खूब रोए और बस लम्हा देखने लायेक था दोनों एक दुसरे को देख रो रहे थे और दोनों एक दूसरे की आंखें पोंछ रहे थे।

सकीना के भाई गुरमेल सिंह लुधियाना के गांव जस्सोवाल में रहते हैं। गुरमेल सिंह की एक बेटी और पत्नी है। अब वो 80 साल के हो चुके है। गुरमेल सिंह बताते है की उनको बीते साल जब उन्हें पता चला कि उनकी कोई बहन भी है तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा। उन्हें लगा कि शुक्र है, कोई उनका अपना भी इस दुनिया में है
जब उनको अपनी बहिन के बारे मैं पता चला तभी अगस्त 2022 में अपना पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया शुरू की और अपनी बहन से मिलने के लिए कोशिशें शुरू कर दी। 76 साल के बाद गुरमेल ने किसी अपने को गले लगाया है।

पलपल की खबरों पर अपडेट के लिए पेज को सब्सक्राईब करें व FACEBOOK और TWITER को फॉलो करें l

Follow us on

Advertisement

image

जरूर पढ़ें

Featured Image

Counter Intelligence : सरहद पार से हथियारों की तस्करी नैटवर्क का पर्दाफाश

Featured Image

One Time Settlement Scheme : उद्योग व वित्त मंत्री के साथ उद्योग राउंड टेबल मीटिंग

Featured Image

Urban Local Bodies : स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में पंजाब ने दिखाई मिसाल के तौर पर प्रगति

Featured Image

Punjab Horticulture Service Rules : अथक प्रयासों से बागवानी सेवा नियमों में ऐतिहासिक संशोधन

Featured Image

Har Shukarvar Dengue Te Var : डेंगू को हराने के लिए बड़े स्तर पर सभी की शमूलियत ज़रूरी

Featured Image

New Government Colleges : पंजाब सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में नए सरकारी खोलेगी कॉलेज

Featured Image

विधानसभा सत्र का बढ़ा समय, इतने का हुया

Featured Image

Child Marriage-Free State : पंजाब को बाल विवाह मुक्त राज्य बनाने हेतु कार्रवाई तेज़

Featured Image

Emergency Health Services : डॉक्टरों को सम्मानित करने के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कारों की घोषणा

Featured Image

Udyog Kranti : "उद्योग क्रांति" के शुभारंभ के समय किए गए वादों में से दो को कम समय में किया पूरा

Advertisement